Monday, November 8, 2010

संगमयुग सर्वोत्तम बनने का शुभ समय है

मीठे बच्चे - यह संगमयुग सर्वोत्तम बनने का शुभ समय है, क्योंकि इसी समय बाप तुम्हें नर से नारायण बनने की पढ़ाई पढ़ाते हैं''

प्रश्न: तुम बच्चों के पास ऐसी कौन-सी नॉलेज है जिसके कारण तुम किसी भी हालत में रो नहीं सकते?

उत्तरः- तुम्हारे पास इस बने-बनाये ड्रामा की नॉलेज है, तुम जानते हो इसमें हर आत्मा का अपना पार्ट है, बाप हमें सुख का वर्सा दे रहे हैं फिर हम रो कैसे सकते। परवाह थी पार ब्रह्म में रहने वाले की, वह मिल गया बाकी क्या चाहिए। बख्तावर बच्चे कभी रोते नहीं।

धारणा के लिए मुख्य सार:

1) ज्ञान तलवार से विकारों को जीतना है। ज्ञान के संस्कार भरने हैं। पुरानी दुनिया और पुराने शरीर का सन्यास करना है।

2) भाग्यवान बनने की खुशी में रहना है, किसी भी बात की चिन्ता नहीं करनी है। कोई शरीर छोड़ देता है तो भी दुःख के आंसू नहीं बहाने हैं।

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