Sunday, February 13, 2011

हम आत्मा-अभिमानी फरिश्ते हैं |

१. हम आत्मायें, प्राणेश्वर बाप से प्राण दान लेने वाले सतोप्रधान फरिश्ते हैं |
२. हम आत्मा-अभिमानी फरिश्ते हैं |
३. हम आत्मायें, राज योगी बुद्धि योगी फरिश्ते हैं |
४. हम आत्मायें, पारस बुद्धि मास्टर पारस नाथ हैं |
५. हम आत्मायें, निश्चय बुद्धि सर्व श्रेष्ठ तकदीरवान वर्से के अधिकारी फरिश्ते हैं |
६. हम आत्मायें, ज्ञान स्वरूप, याद स्वरूप, धारणा स्वरूप स्वदर्शनचक्रधारी फरिश्ते हैं |
७. हम आत्मायें, विघ्नों के तूफ़ानों को पार करने वाले निडर फरिश्ते हैं |
८. हम आत्मायें, बेहद बाप के बेहद बच्चे बेहद वर्से के वारिस हैं |
९. हम आत्मायें, अच्छी को धारण करने वाले हैं, नाही अच्छी से प्रभावित होने वाले हैं |

ड्रिल:

मैं मास्टर बीज रूप हूँ…….

स्टडी पॉइंट:

१. प्राण दान मिलना माना तमोप्रधान से सतोप्रधान बनना |
२. बाबा ज्ञान का सागर है, पतित पावन है, प्राणेश्वर है, रूहानी सर्जन है और अविनाशी सर्जन है |
३. टोटल विनाश माना प्रलय माना कोई नही रहे |
४. हंगामा और तूफान के समय उन्नति नही हो सकेगी |

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