हर एक को सकारात्मक और वर्तमान विचारक बनना है। हमारे चारों तरफ क्या चल
रहा है, इस बात के लिए जागृत रहना है। हर घटना का ध्यान रखते हुए तथा हर
इंसान से बातचीत करने के साथ-साथ आपके अंदर क्या चल रहा है, यह भी जानें।
अपने आप से न छिपाएं, अपनी कमजोरियां देखें। अगर हम नकारात्मक सोचते हैं
तो आज की तारीख में हम जैसा भी सोच रहे हैं, वह हमारे सामने आए। ये बातें
स्पष्ट रूप से सामने आने पर ही पता चलेगा कि हमें कैसे विचार आने चाहिए
थे, किस समझ से हमें कौन से विचार आते हैं। अगर आप यह जानने लग गए तो आप
मुक्ति के रास्ते पर चल पड़ेंगे। वर्तमान विचारक बनकर आपको अब्सेंट
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