Wednesday, May 25, 2011

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय



जहॉं एक ओर लोग भौतिक्ता की दौड़ के साथ नित नये दिन अपनी जीवनशैली में परिवर्तन कर रहे हैं। वहीं पिछले 74 वर्षों से हजारों महिलाये नैतिकता का पाठ पढ़ाते हुए बेहतर समाज की परिकल्पना साकार करने की मुहिम में जुटी हुई हैं। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, विश्व की पहली ऐसी अन्तर्राष्ट्रीय संस्था है जिसका संचालन महिलायें करती हैं। मानव जीवन से बुराईयों को दूर करने तथा मानवीय मूल्यों को आत्मसात करते हुए एक मिसाल कायम की है।

ब्रह्माकुमारीज संस्था की मुख्य प्रशासिका 94 वर्षीय राजयोगिनी दादी जानकी जी कॆ अगुवाई में 26 हजार महिलायें इस संस्था में पूर्णरूप से समर्पित हैं। इन्होंने विश्व के 132 देशों में भारतीय संस्कृति और मूल्यों को प्रतिस्थापित करने का परचम फहराया है। व्यसनों, सामाजिक कुरीतियों, अंधविश्वास, हिंसा, भेदभाव से रहित दस लाख से भी ज्यादा लोगों की ऐसी लम्बि फेहरिस्त तैयार की है जो आने वाले नये युग और नयी समाज की परिकल्पना का जीवंत उदाहरण है। इसमें सभी वर्गों, जाति, धर्म तथा आयु के लोग सिम्मलित है। अपने संयमित जीवन से श्रेष्ठता का पाठ पढ़ाने वाली बहनें शहरों से सुदुर ग्रामीण इलाकों तक जाकर लोगों को स्वच्छता, साक्षरता, नैतिकता तथा बेहतर जीवन प्रणाली के लिए प्रेरित करती है। इनके सान्निध्य से घर परिवार में रहने वाले लोगों ने अपनें संयमित तथा खुशहाल जिन्दगी की मिसाल पेश की है। यही नहीं इनके कार्यक्षेत्र में उत्कृष्टता का प्रदर्शन देखने को मिला है जो लोगों के लिए प्रेरणास्रोत है।

ज्ञातव्य हो कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय एक अन्तर्राष्ट्रीय गैर सरकारी शैक्षणिक संस्थान है। जिसका अन्तर्राष्ट्रीय मुख्यालय माउण्ट आबू राजस्थान है। जो पिछले 74 वर्षो से समाज में बढ़ रहे अत्याचार, भ्रष्टाचार, अपराध, हिंसा, आतंकवाद, , जातिभेद, रंगभेद को समाप्त कर आपसी एकता, समरसता, अहिंसा तथा श्रेष्ठ समाज की स्थापना के लिए कार्यरत है।

यह संस्था संयुक्त राष्ट्र के जन सूचना विभाग से सम्बन्ध एक अशासकीय संगठन है। इसे संयुक्त राष्ट्र के बालकोष, आर्थिक एवं सामाजिक सलाहकार का दर्जा प्राप्त है। इसे संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा संचालित अन्तर्राष्ट्रीय परियोजनाओं में दिये गये उल्लेखनीय योगदान के लिए एक अन्तर्राष्ट्रीय शांतिदूत पुरस्कार तथा छ: राष्ट्रीय स्तर के पीस मेडल प्राप्त हुए है।

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