Saturday, March 12, 2011

धर्म सत्ता माना सत्यता और पवित्रता का धारणाका स्वरूप वाले

१. हम आत्मायें, सारे विष्व मे हर व्यक्ति को हर घर मे बाप का मेसेज पहुँचाने वाले मास्टर विष्व कल्याणकरी हैं |
२. हम आत्मायें, ज्ञान को मनन करने वाले मास्टर सर्वशक्तिवान, मास्टर नाँलेजफुल और चेकिंग मास्टर हैं |
३. हम आत्मायें, सर्व प्राप्ति सम्पन्न प्रसन्न फरिश्ते हैं |



स्टडी पायंट्स:
१. धर्म सत्ता माना सत्यता और पवित्रता का धारणाका स्वरूप वाले |
२. स्वराज्य अधिकारी अर्थात सर्व कर्मेन्द्रियों अपने ऑर्डर मे चलाना |
३. एडजस्टमेन्ट की विशेषता को यूज़ करो |

1 comment:

  1. शुभागमन...!
    कामना है कि आप ब्लागलेखन के इस क्षेत्र में अधिकतम उंचाईयां हासिल कर सकें । अपने इस प्रयास में सफलता के लिये आप हिन्दी के दूसरे ब्लाग्स भी देखें और अच्छा लगने पर उन्हें फालो भी करें । आप जितने अधिक ब्लाग्स को फालो करेंगे आपके ब्लाग्स पर भी फालोअर्स की संख्या उसी अनुपात में बढ सकेगी । प्राथमिक तौर पर मैं आपको 'नजरिया' ब्लाग की लिंक नीचे दे रहा हूँ, किसी भी नये हिन्दीभाषी ब्लागर्स के लिये इस ब्लाग पर आपको जितनी अधिक व प्रमाणिक जानकारी इसके अब तक के लेखों में एक ही स्थान पर मिल सकती है उतनी अन्यत्र शायद कहीं नहीं । आप नीचे की लिंक पर मौजूद इस ब्लाग के दि. 18-2-2011 को प्रकाशित आलेख "नये ब्लाग लेखकों के लिये उपयोगी सुझाव" का (माउस क्लिक द्वारा) चटका लगाकर अवलोकन अवश्य करें, इसपर अपनी टिप्पणीरुपी राय भी दें और आगे भी स्वयं के ब्लाग के लिये उपयोगी अन्य जानकारियों के लिये इसे फालो भी करें । आपको निश्चय ही अच्छे परिणाम मिलेंगे । पुनः शुभकामनाओं सहित...

    नये ब्लाग लेखकों के लिये उपयोगी सुझाव.

    उन्नति के मार्ग में बाधक महारोग - क्या कहेंगे लोग ?

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