नक्की झील के बगल में और आबू पर्वत की हृदयस्थली में यह विश्वनवनिर्माण आध्यात्मिक संग्रहालय स्थित है. यहाँ आकर्षक बृहदाकार चित्रों, प्रतिमाओं तथा ट्रान्सलाईटस् (पारदर्शी प्रकाशित चित्र) के माध्यम से यह प्रदर्शित किया गया है की किस प्रकार बुराईयों और दु:खों का यह युग शीघ्र ही जाने वाला है, और पवित्रता, सुख शान्ति से सम्पन्न सतयुग शीघ्र ही आने वाला है, यहाँ तीनों कालों का और पांचों युगों का ज्ञान प्राप्त होता है. घोर कलियुगी दुनिया के दृश्यों को देख कर्मो की गहन गति समझ में आती है.इस संग्रहालय में 14 मिनट का एक लेज़र-शो दिखाया जाता है जो कि विज्ञान और आध्यात्मिकता का सुन्दर
समन्वय प्रस्तुत कराता है. इस शो के अन्त में दर्शकों को लेजर-किरणों के द्वारा कुछ क्षणों के लिए राजयोग की विशेष अनुभूति कराई जाती है. संग्रहालय में एक राजयोग-कक्ष भी बना हुआ है, जहाँ आगन्तुक जिज्ञासुओं को राजयोग का प्रशिक्षण दिया जाता है. आध्यात्मिक जिज्ञासुओं के लाभ हेतु यहाँ प्रात: और सांयकाल, दोनों समय राजयोग शिविर का भी आयोजन होता है.
No comments:
Post a Comment