पाप का बाप काम, क्रोध और लोभ है, दुर्वासना इसकी बहन है
पाप का बाप काम, क्रोध और लोभ है, दुर्वासना इसकी बहन है। विवेक रूपी पुरुष की शांति रूपी .... क्रोध जहाँ आए वहीं घुटन पैदा करता है और सबसे पहले क्रोध करने वाले को ही हानि पहुंचाता . ... क्षमा करने वाला अगर अपने क्रोध को रोककर भी बदतमीजी करने वाले को नष्ट कर
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